पीएनबी का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में 102.8 फीसदी बढ़ा
डी फुरकान हिंदी
लखनऊ ।चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में पीएनबी का शुद्ध लाभ वर्ष दर वर्ष आधार पर 102.8 फीसदी बढ़कर 4508 करोड़ रूपये हो गया है जो बीते साल इसी अवधि में 2223 करोड़ रूपये था। यें बातें वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही व 9 महीनों के वित्तीय परिणामों के दौरान पीएनबी के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ अशोक चंद्र ने आभासी प्रेसवार्ता के दौरान बतायी।
इस मौके पर एक सवाल इकोनामिक सर्वे में सर्विस सेक्टर की ग्रोथ में बैंकों का सबसे बड़ा मददगार साबित होना बताया गया है जबकि विनिर्माण क्षेत्र में कुछ नहीं कहा गया है। प्रबंध निदेशक एवं सीईओ अशोक चंद्र ने इस सवाल के जवाब में कहा कि इकोनामिक सर्वे के बारे में तो ज्यादा कुछ नहीं कह सकता लेकिन पंजाब नेशनल बैंक ने वह निर्माण क्षेत्र में खासकर रियल एस्टेट, टेक्सटाइल, इंफ्रास्ट्रक्चर, सोलर एनर्जी, सॉफ्टवेयर पार्क, को पर फोकस करते हुए पिछले दो तिमाहियों में एक लाख तीस हजार करोड रुपए का कॉरपोरेट लोन दिया है और हम इस पर लगातार फोकस कर बेहतर परिणाम देने की कोशिश में भी है।
एमएसएमई सेक्टर की बीमारी इकाइयों को पुनरुद्धार करने में बैंक आगे क्यों नहीं आते हैं इस सवाल के जवाब में प्रबंध निदेशक ने कहा कि भारत सरकार और बैंकों ने मिलकर इस विषय पर इस तिमाही में जल्दी ही एक विस्तृत योजना को लागू करने का निर्णय लिया है जो भी एमएसएमई स्ट्रेस में होगी एनपीए 1 और 2 दोनों के लिए बैंक फाइनेंस करेंगे ताकि एमएसएमई यूनिट्स उभर सके उम्मीद है कि उम्मीद है इसी वित्तय वर्ष में इसको लागू किया जा सकेगा।
पीएनबी के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ अशोक चंद्र ने वित्तीय परिणामों के बारे में बताया कि आस्तियों पर प्रतिलाभ (आरओए) वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 0.58 फीसदी से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में 1.03 फीसदी हो गया है। इक्विटी पर प्रतिलाभ(आरओई) वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 12.45 फीसदी से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में 19.22 फीसदी हो गया। बैंक का शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में ₹10293 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में ₹11032 करोड़ हो गई, जो वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 7.2 फीसदी का सुधार दर्शाता है।
अशोक चंद्र ने बताया कि सकल एनपीए अनुपात में वर्ष दर वर्ष 215 बीपीएस का सुधार होकर दिसंबर 23 के 6.24 फीसदी से यह दिसंबर 24 को 4.09 फीसदी हो गया।
वहीं शुद्ध एनपीए अनुपात में वर्ष दर वर्ष 55 बीपीएस का सुधार होकर दिसंबर 23 के 0.9फीसदी से यह दिसंबर 24 को 0.41 फीसदी हो गया। वैश्विक कारोबार दिसंबर 2023 के ₹22,90,742 करोड़ से दिसंबर 2024 को वर्ष-दर-वर्ष 15.25ः बढ़कर ₹26,39,991 करोड़ हो गया। वैश्विक जमाराशियों में वर्ष-दर-वर्ष 15.58 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई जो दिसंबर 2023 के ₹13,23,486 करोड़ से बढ़कर दिसंबर 2024 को ₹15,29,699 करोड़ हो गया । वैश्विक अग्रिम में वर्ष-दर-वर्ष 14.79ः की वृद्धि हुई, जो दिसंबर 2023 के ₹9,67,256 करोड़ से बढ़कर दिसंबर 2024 में ₹11,10,292 करोड़ हो गया। रिटेल-कृषि-एमएसएमई (रैम) अग्रिम में वर्ष-दर-वर्ष 16.43 फीसदी की वृद्धि दर्ज़ की गई, जो दिसंबर 2023 के ₹5,12,327 करोड़ से बढ़कर दिसंबर 2024 को ₹5,96,482 करोड़ हो गया।
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