लखनऊ।
उत्तर प्रदेश चैप्टर, पीएचडीसीसीआई ने 5 मई 2025 को पीएचडी हाउस, लखनऊ में सुदूरपश्चिम प्रदेश, नेपाल से आए एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ एक महत्वपूर्ण संवाद सत्र का आयोजन किया। इस सत्र का उद्देश्य क्षेत्रीय आर्थिक संबंधों को सुदृढ़ करना और कृषि, आतिथ्य, हर्बल तथा लकड़ी-आधारित उद्योगों में सीमा पार निवेश के अवसरों को तलाशना था।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व बीर बहादुर थापा, भूमि प्रबंधन, कृषि एवं सहकारिता मंत्री (सीपीएन-यूएमएल) ने किया। उनके साथ माननीय घनश्याम चौधरी, प्रांतीय विधानसभा सदस्य एवं संसदीय दल के नेता (नागरिक उन्मुक्ति पार्टी); माननीय नरेश शाही, प्रांतीय विधानसभा सदस्य एवं पूर्व मंत्री (सीपीएन-यूनिफाइड सोशलिस्ट); और माननीय झपट सौद, प्रांतीय विधानसभा सदस्य एवं पूर्व मंत्री (सीपीएन-माओवादी सेंटर) उपस्थित थे। प्रतिनिधिमंडल में अन्य वरिष्ठ अधिकारियों में डॉ. कमल प्रसाद पोखरेल शर्मा, मुख्य सचिव, सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकार; श्री शेर बहादुर भंडारी, सदस्य, नीति एवं योजना आयोग; श्री सुरत कुमार बम, सचिव, भौतिक पूर्वाधार मंत्रालय; डॉ. जितु उपाध्याय, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार; तथा श्री राम बहादुर बिस्टा, मुख्यमंत्री के निजी सचिव शामिल रहे। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय (नेपाल डेस्क) से श्री सकेता राजा मुसिनिपल्ली, उप सचिव, भी प्रतिनिधिमंडल के साथ उपस्थित रहे।
सत्र के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने नेपाल में विदेशी निवेश की अपार संभावनाओं को रेखांकित किया, विशेषकर उन क्षेत्रों में जो उत्तर प्रदेश की औद्योगिक क्षमता के पूरक हैं। उन्होंने भारतीय उद्यमियों को संयुक्त उद्यमों और व्यापार साझेदारियों की खोज के लिए आमंत्रित किया और नेपाल सरकार की पूर्ण सहयोग की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश चैप्टर , पीएचडीसीसीआई के प्रतिष्ठित सदस्यों की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली, जिनमें श्री जतिन वर्मा, निदेशक, JSV मोटर्स एंड कंस्ट्रक्शन्स प्रा. लि.; श्री लाल गुप्ता, निदेशक, समर्थमान एग्रोकेम लिमिटेड; श्री विमल शुक्ल, प्रबंध निदेशक, मेघदूत ग्रामोद्योग सेवा संस्थान; सहित कई वरिष्ठ सदस्य शामिल रहे। इन व्यवसायियों ने औषधीय अनुसंधान, कृषि प्रसंस्करण, पर्यटन अवसंरचना और मूल्यवर्धित लकड़ी उत्पादों में रुचि व्यक्त की।
पीएचडीसीसीआई, उत्तर प्रदेश राज्य चैप्टर के क्षेत्रीय निदेशक श्री अतुल श्रीवास्तव ने भारत के विकसित भारत दृष्टिकोण के तहत द्विपक्षीय सहयोग को प्रोत्साहित करने में चैंबर की भूमिका को रेखांकित किया और ऐसे संवादों की क्षेत्रीय आर्थिक विकास में भूमिका पर बल दिया।
सत्र का समापन नेपाल प्रतिनिधिमंडल के सक्रिय सहभागिता हेतु आभार ज्ञापन के साथ हुआ, और यह द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंधों को सशक्त बनाने की परस्पर प्रतिबद्धता के साथ संपन्न हुआ।