नवीन निर्यात नीति 2025-30 लागू करने के पूर्व मंत्री नन्दी की अध्यक्षता में निर्यातकों, जानकारों एवं स्टेकहोल्डर्स के साथ हुई विस्तृत चर्चा
किसी भी राज्य के औद्योगिक विकास के लिए चार सबसे महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं इंफ्रास्ट्रक्चर, लॉ एण्ड ऑर्डर, कनेक्टिविटी और इंडस्ट्रियल पॉलिसीः नन्दी
निवेश का सर्वाेत्तम डेस्टिनेशन बन कर उभरा है अपना उत्तर प्रदेशः नन्दी
Puja Srivastava
किसी भी राज्य या देश के औद्योगिक विकास के लिए चार सबसे महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं इंफ्रास्ट्रक्चर, लॉ एण्ड ऑर्डर, कनेक्टिविटी और इंडस्ट्रियल पॉलिसी। यें बातंे निर्यात नीति 2025-30 लागू करने के पूर्व कार्यशाला में उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, निवेश प्रोत्साहन एवं एनआरआई मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने एक निजी होटल लखनऊ में कही।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में वैश्विक स्तर की अवस्थापना सुविधाएं, चुस्त दुरूस्त कानून व्यवस्था, बेहतरीन एयर, वाटर, रेलवे व रोड कनेक्टिविटी और व्यवहारिक औद्योगिक नीति ने पूरे इंडस्ट्रियल इकोसिस्टम को बदल दिया है।
श्री नंदी ने कहा कि इन सकारात्मक प्रयासों का परिणाम है कि उत्तर प्रदेश निवेश का सर्वाेत्तम डेस्टिनेशन बन कर सामने आया है। निवेशक और उद्यमी उत्तर प्रदेश में अपनी इण्डस्ट्री, इन्वेस्टमेंट व ट्रेड की सुरक्षा को लेकर पूर्णतः आश्वस्त हैं। हमारी सरकार ने औद्योगिक विकास के दोनों पहलुओं अर्थात निवेश और निर्यात दोनों को समान प्राथमिकता दी है। किसी भी इन्वेस्टमेंट के धरातल पर साकार रूप लेने से होने वाले प्रोडक्शन को निर्यात की पर्याय सम्भावनाएं प्राप्त हों, इसके लिए हमारी सरकार ने सतत प्रयास किए हैं।
ओद्योगिक मंत्री ने कहा कि जहां वित्तीय वर्ष 2017-18 में उत्तर प्रदेश का निर्यात 88 हजार करोड़ था, वहीं 2023-24 में यह आंकड़ा बढ़कर 170 हजार करोड़ हो गया है।
श्री नंदी ने कहा कि वर्तमान में प्रचलित निर्यात नीति की समयावधि 2025 में समाप्त होने के कारण हमारी सरकार 2025-30 के लिए निर्यात नीति निर्धारित करने से पूर्व स्टेकहोल्डर्स और निर्यातकों के सुझाव एवं विचार जानना चाहती है ताकि एक बेहतर नीति को लागू किया जा सके।
प्रमुख सचिव सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन आलोक कुमार ने कहा कि वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में हो रहे परिवर्तनों एवं भूराजनीतिक तनाव के कारण भारत एवं प्रदेश के निर्यात के समक्ष उत्पन्न चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए इनके प्रभावी समाधान तथा प्रदेश के निर्यात लक्ष्य को प्राप्त करने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश निर्यात नीति 2025-30 प्रख्यापित की जाएगी।
इस अवसर पर सचिव एमएसएमई एवं एक्सपोर्ट प्रांजल यादव, कमिश्नर एवं डायरेक्टर उद्योग विजेंद्र पांडियन, संयुक्त महानिदेशक विदेश एवं व्यापार महानिदेशालय कें्रद्र सरकार, डायरेक्टर जनरल फियो अजय सहाय, ज्वाइंट कमिश्नर एक्सपोर्ट पवन अग्रवाल, एडीशनल एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल राजेश रावत आदि गणमान्यजन उपस्थित रहे।