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उत्तर प्रदेश: एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था इन मेकिंग”

 

 

सी.आई.आई उ0प्र0 राज्य परिषद ने अपना वार्षिक सत्र लखनऊ में आयोजित किया। वार्षिक अधिवेशन के पश्चात “उत्तर प्रदेश: एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था इन मेकिंग” नामक विषय पर एक सत्र का आयोजन भी हुआ। यह थीम वर्ष 2027 तक एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के सरकार के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को रेखांकित करती है।

सत्र को संबोधित करते सत्र के मुख्य अतिथि नंद गोपाल गुप्ता “नंदी”,*  औद्योगिक मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार, ने अपने अभिभाषण में कहा कि यह अत्यधिक प्रसन्नता कि बात है की एक साल के भीतर, लगभग 10 लाख करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश आकार वाली 14,000 परियोजनाएं कार्यान्वयन के लिए तैयार हैं। ये परियोजनाएं न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाएंगी बल्कि प्रदेश में 33.50 लाख रोजगार के अवसर पैदा करने में भी मदद करेंगी, जिससे कई परिवारों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

 

इस 10 लाख करोड़ रुपये में से अधिकतम निवेश विनिर्माण (21%), नवीकरणीय ऊर्जा (13%), आई.टी और आई.टीईएस (9%), खाद्य प्रसंस्करण (6%), आवास और रियल एस्टेट (6%) जैसे उभरते क्षेत्रों में किया जा रहा है I इसी के साथ ही आतिथ्य और मनोरंजन (3%), शिक्षा (3%) को मिला कर विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के व्यापक अवसर व्याप्त हैI इसमें पशिमांचल को अधिकतम (52%) प्राप्त हुआ है, इसके बाद पूर्वांचल (29%), मध्यांचल (14%) के साथ बुन्देलखण्ड (5%) का स्थान आता है।

 

उद्योग जगत के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए, * मनोज कुमार सिंह अपर मुख्य सचिव, कृषि उत्पादन आयुक्त एवं आईआईडीसी, उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि राज्य में कानून और व्यवस्था के बेह्तरीकरण के साथ-साथ अनुकूल औद्योगिक नीतियों ने यू0पी0 में सैमसंग, डिक्सन, सीमेंस, हिंदुजा, जी.ई., टाटा मोटर्स जैसी कई अन्य बड़ी कंपनियों को आकर्षित किया है। यू0पी0 सरकार ने पहली बार डावोस में आयोजित “वर्ल्ड इकनोमिक फोरम” में भाग लिया है I इस कारण प्रदेश को सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलने के साथ ही साथ उत्तर प्रदेश की ब्रांड निर्माण प्रक्रिया को भी गति मिली है। राज्य सरकार ने यू0पी0 में जमीन की उपलब्धता अत्यधिक आसान कर दी है। कृषि के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि कृषि के लिए इस दुनिया में अगर कोई सबसे अनुकूल स्थान है तो वह भारत है। उन्होंने कहा कि अन्य देशों में खेती के लिए केवल 10% भूमि उपलब्ध है जबकि भारत में 45% कृषि योग्य भूमि है और यू0पी0 में 75% कृषि योग्य भूमि है जो यूपी के किसानों के लिए एक वरदान है। |

 

* माधव सिंघानिया,* उपाध्यक्ष, सी.आई.आई. नॉर्थर्न रीजन तथा उप-प्रबंध निदेशक, जे.के. सीमेंट लिमिटेड ने अपने अभिभाषण में उल्लेख किया कि मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ जी के गतिशील नेतृत्व और हमारे माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व के तहत उत्तर प्रदेश के स्थिर और संतुलित विकास को देखकर अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। आज उत्तर प्रदेश भारत में एक मेगा औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित हो रहा है और दुनिया भर का उद्योग, यू0पी0 में निवेश और व्यापार के अवसरों का लाभ उठाने के लिए तैयार है।

 

2023-24 अवधि के लिए सी.आई.आई. यूपी स्टेट काउंसिल के निवर्तमान अध्यक्ष * आकाश गोयनका,* प्रबंध निदेशक, शुभम गोल्डी ग्रुप ने कहा कि भारत के प्रधान मंत्री के, भारत को 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के दृष्टिकोण, के साथ उत्तर प्रदेश को अगले 5 वर्षों में 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का प्रदेश सरकार का महत्वाकांक्षी लक्ष्य विभिन्न आर्थिक क्षेत्रों में केंद्र एवं राज्य के मध्य रणनीतिक साझेदारी के लिए व्यापक अवसरों के द्वार खोलेगा। ऐसे कई अवसर हैं जिनका भारतीय उद्योग हिस्सा बन सकता है और उद्योग को भारत की इस विकास यात्रा का लाभ उठाने के लिए तैयार रहना चाहिए।

 

डिक्सन टेक्नोलॉजीज के अध्यक्ष, * सुनील वचानी ने कहा कि एक इलेक्ट्रॉनिक उद्योग के रूप में आज हम एक लंबा सफर तय कर चुके हैं, एक समय था जब हम भारत में बेचे जाने वाले 90% मोबाइल फोन आयात करते थे, जबकि आज पूरे भारत में बेचे जाने वाले लगभग 70% मोबाइल फोन यूपी में निर्मित होते हैं। यह हमारे माननीय मुख्यमंत्री योगीआदित्यनाथ के सकारात्मक दृष्टिकोण और दूरदर्शिता के कारण संभव हो सका है।

 

बिड़ला कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सी.ई.ओ * संदीप घोष* ने कहा कि उत्तर प्रदेश का औद्योगिक संस्कृति दूसरों के लिए अनुकरणीय है। देश में ऐसे कई राज्य हैं, जिन्होंने इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया है और एमओयू भी साइन किये है लेकिन उत्तर प्रदेश ने जिस तरह से निवेशकों को ज़मीनी स्टार पर उद्द्योग स्थापित करने में सहायता की है, वह सराहनीय है।

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स्मिता अग्रवाल,* अध्यक्ष, सी.आई.आई. यू0पी0 स्टेट काउंसिल और सी.एफ.ओ एवं निदेशक, पी.टी.सी. इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने बताया कि, यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के माध्यम से प्राप्त 33.5 लाख करोड़ के कुल निवेश में से 10 लाख करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास हाल ही में आयोजित ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में किया गया है जो कि अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। मुझे यकीन है कि यह उपलब्धि राज्य में रोजगार सृजन, सामाजिक-आर्थिक बुनियादी ढांचे के विकास, कौशल विकास और सी.एस.आर को और अधिक मजबूत करने की आधारशिला रखेगी।

 

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*वर्ष 2023-24 हेतु सी.आई.आई – यू.पी. स्टेट कौंसिल के नवीन पदाधिकारियों का संक्षिप्त विवरण:*

* स्मिता अग्रवाल,* सी.एफ.ओ और निदेशक, पी.टी.सी इंडस्ट्रीज लिमिटेड, ने वर्ष 2024-25 के लिए सी.आई.आई. यू.पी. स्टेट काउंसिल के अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला और यशोदा हॉस्पिटल्स एंड रिसर्च सेंटर लिमिटेड की प्रबंध निदेशक *डॉ. उपासना अरोड़ा ने सी.आई.आई. यू.पी. राज्य के उपाध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला।

 

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