ज्योत्सना कौर हबीबउल्लाह
दान उत्सव भारत का सबसे बड़ा और आलीशान महोत्सव है। महात्मा गाँधी की जयंती के अवसर पर शुरू हुआ यह उत्सव अक्टूबर २ से ८ के बीच मनाया जाता है।
इस पूरे सप्ताह को 7 डेज ऑफ़ गिविंग वीक भी कहते हैं। 2 से 8 अक्टूबर के बीच नागरिक अपने कौशल, धन, समय, या संसाधनों का दान कर अपने समाज में बदलाव ला सकते हैं।
साल दर साल मनाये जाने वाले इस उत्सव में हर साल नए लोग शामिल हो इसकी शोभा बढ़ाते हैं। और इस वर्ष भी दान उत्सव की तैयारी ज़ोरो-शोरों से चल रही है।
दान उत्सव कैसे मनाएं?
दान के कई रंग होते हैं। यह सिर्फ धन का दान करने तक ही सीमित नहीं है। कोई भी दान उत्सव मना सकता है, उत्सव के हर दिन कोई विशेष दान को चुनकर। अगर आप समाज के प्रति कुछ करना चाहते हैं, तो आप भोजन, वस्तु, अथवा अपना आभार प्रकट करके भी किसी के चेहरे पर मुस्कान ला सकते हैं, और बेशक धन दान भी कर सकते हैं। आप ज्ञान व समय का दान कर भी दान उत्सव मना सकते हैं।
सभी तरह के दान, छोटा हो या बड़ा, एक गहरा प्रभाव डालती हैं। दान उत्सव पर प्रेम और ख़ुशी बांटने में ज्यादा कुछ नहीं लगता। केवल एक बड़ा दिल होना चाहिए!
कुछ अविस्मरणीय प्रभाव वाले समारोह
इस साल, हर संगठन दान उत्सव में अपनी भूमिका अद्वितीय तरीके से निभा रहा है।
भूमि और बिगबास्केट फाउंडेशन विद्यार्थियों को प्रेरित कर रहे हैं कि वे सप्ताह भर के उत्सव के दौरान हर दिन एक थैले में चावल की थोड़ी मात्रा दान करें। भूमि फिर इस योगदान को मेल करके इसका प्रभाव बढ़ाएगी।
वहीं, गूंज समुदायों को अधिशेष सामग्री का पुनः प्रयोग, पुनः प्रसंस्करण और पुनर्वितरण करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है, ताकि पानी और शिक्षा की समस्याओं का समाधान हो सके।
प्रथम बुक्स भी कुछ अद्वितीय कर रही है। यह एक सुवाहय पुस्तकालय तैयार कर रही है और बच्चों को उनकी स्थानीय भाषाओं में पुस्तकें प्रदान कर रही है। उनका उद्देश्य युवाओं में पठन की आदत को बढ़ावा देना है।
फर्स्टसोर्स ने पहले ही नालंदावे फाउंडेशन द्वारा आयोजित ष्आर्ट ट्रकष् प्रोजेक्ट का समर्थन किया है, ताकि लोगों को एक अद्वितीय कला अनुभव मिल सके। इसके अलावा, वे बेंगलुरु में स्पोर्ट्स सेट और किराना सामग्री भी प्रदान कर रहे हैं।
दान उत्सव मनाना सरल है, आपको बस एक बड़ा दिल चाहिए!
यह विविध लोगों, समुदायों, समूहों, और संगठनों को कई दयालुता की क्रियावली के माध्यम से एक साथ लाता है। देने का कोई सही तरीका नहीं है, बस देने में आनंद है। यहां हर छोटी-बड़ी पहल महत्वपूर्ण है और हर किसी का अपना अद्वितीय योगदान है। दान उत्सव पर प्रेम और दया फैलाने में ज्यादा कुछ नहीं लगता। आइए, इस अवसर पर एक साथ आकर समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी निभाएं।
अब आप भी मनाएं दान उत्सव!
देने में आनंद में हर कोई हिस्सा ले सकता है। इसलिए, दया के माध्यम से फर्क पाने का यह अवसर मत गवाएं।
जानिए कैसे आप शामिल हो सकते हैं और फिर अपनी कहानिया दान उत्सव और माई दान स्टोरी के साथ दुनिया के साथ साझा करें। आपके पास समुदाय के साथ अपनी दान की व्यक्तिगत कहानियाँ साझा करने का अवसर है, दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करे। इसके अलावा, दान उत्सव के विभिन्न चौनल्स को फॉलो करें, टैग करें।
तो इंतज़ार कैसा? दान करिये और अपनों को भी प्रोत्साहित करिये!