करनैलगंज गोंडा से सात बार रहें पूर्व विधायक श्री अजय प्रताप सिंह उर्फ़ लल्ला भैया की तेरंहवी भोज पर अश्रुपूरित विनम्र श्रद्धांजली अर्पित किया – देवेन्द्र प्रताप सिंह।
लखनऊ / गोण्डा करनैलगंज गोंडा से सात बार रहें पूर्व विधायक श्री अजय प्रताप सिंह उर्फ़ लाल्ला भैया की तेरंहवी भोज में शामिल हुआ और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं समाजसेवी देवेन्द्र प्रताप सिंह ने अश्रुपूरित विनम्र श्रद्धांजली अर्पित किया कुंवर अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भइया, भारत के उत्तर प्रदेश की पंद्रहवीं विधानसभा सभा में विधायक रहे। 2007 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इन्होंने उत्तर प्रदेश के गोण्डा जिले के करनैलगंज विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस की ओर से चुनाव में भाग लिया वर्ष 1989 के चुनाव में करनैलगंज विधानसभा क्षेत्र से कुंवर अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में राजनीति में कदम रखा और कांग्रेस प्रत्याशी को हराया। कुंवर अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया बरगदी कोट करनैलगंज के कुंवर कन्हैया कहे जाते हैं। इनको राजनीति विरासत में मिली है। इनके पिता श्री मदन मोहन सिंह 1967 में निर्दलीय चुनाव लड़े और अच्छे मतों से जीते। कुंवर अजय प्रताप सिंह लल्ला भैया ने भी पिता के तर्ज पर अपना राजनीतिक सफर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में शुरू किया और चुनाव जीतने में सफल रहे हैं। उस समय युवा वर्ग सबसे ज्यादा उत्साहित रहा है, जब लल्ला भैया सबसे कम उम्र के विधायक बने थे। लाला भैया वर्ष 1991 में भाजपा में शामिल हुए और 1993 में कुंवर अजय प्रताप सिंह चुनाव जीत गए फिर 1996 में अजय प्रताप सिंह चुनाव लड़े और जीते वर्ष 2002 में भाजपा ने अंतिम समय पर टिकट दिया क्योंकि वह बीमार भी थे इसलिए जनता के बीच जा भी नहीं पाए और कुंवर अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया कुछ वोट से हार गए वर्ष 2007 लल्ला भैया एक बार फिर से बहुजन समाज पार्टी के चुनाव निशान हाथी पर सवार होकर बसपा से जितने में कामयाब रहे।