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मातृभूमि के प्रति प्रेम और संस्कृति के प्रति सम्मान महत्वपूर्ण है -मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे

मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत अमृत कलश यात्रा का महाराष्ट्र राज्य स्तरीय समारोह

राज्य सरकार छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रेरणा से काम कर रही है। विदेशी निवेश, इंफ्रास्ट्रक्चर में महाराष्ट्र अग्रसर रहा है। जैसे-जैसे देश की अर्थव्यवस्था विश्व स्तर पर तीसरे स्थान पर छलांग लगा रही है, महाराष्ट्र की भूमिका महत्वपूर्ण होने वाली है। यें बातें राज्य सरकार के सांस्कृतिक कार्य विभाग, सांस्कृतिक कार्य निदेशालय और बृहन्मुंबई नगर निगम की ओर से आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर मेरी माटी मेरा देश (माझी माती माझा देश) अभियान में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अगस्त क्रांति मैदान में कही।

उन्होंने कहा कि छत्रपती शिवाजी महाराज की प्रेरणा को केंद्रबिंदु मानकर केंद्र और राज्य सरकारें काम कर रही है। इंफ्रास्ट्रक्चर, बिल्डिंग, बड़े प्रोजेक्ट, भौतिक सुविधाओं के साथ-साथ अपनी मातृभूमि के प्रति प्रेम, संस्कृति के प्रति सम्मान भी उतना ही जरूरी होने की भावना होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री श्री शिंदे ने कहा की, शिव राज्याभिषेक दिवस के 350 वर्ष पूरे हुए है। हम जल्द ही शिवकालीन “वाघनख” को राज्य में ला रहे हैं।

मंत्री श्री. मुनगंटीवार ने कहा कि आजादी का अमृत हमें शहीदों और वीरांगनाओं ने दिया है. यह कलश सुराज्य द्वारा किया जाना है। यह समय हर किसी के लिए अपने राज्य और देश के प्रति योगदान देने का है।श् हमें ऐसे प्रधानमंत्रियों और मुख्यमंत्रियों का सौभाग्य प्राप्त है जो आम आदमी के हित में काम करते हैं।

सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार, ग्रामीण विकास मंत्री गिरीश महाजन, कौशल विकास, रोजगार, उद्यमिता, नवाचार मंत्री और मुंबई उपनगर के संरक्षक मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव और प्रमुख सचिव सांस्कृतिक कार्य विभाग विकास खारगे, शहरी विकास विभाग के प्रमुख सचिव के. गोविंदराज, ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव एकनाथ डावले, बृहन्मुंबई नगर निगम के आयुक्त और प्रशासक डॉ. इकबालसिंह चहल, मुंबई शहर कलेक्टर राजेंद्र क्षीरसागर, मुंबई उपनगरीय जिला कलेक्टर डॉ. राजेंद्र भोसले, नेहरू युवा केंद्र के राज्य समन्वयक राजेंद्र मालुरे आदि उपस्थित थे।

 

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