ब्लाक स्तर डाटा केंद्र से डिजटल इंडिया को मिलेगी एक नई स्पीड-
साल 2027 तक 750 ब्लाकों के होगे अपने डाटा सेंटर्स
प्रदेश में 750 डाटा सेंटर्स की स्थापना करेगा व्यूनाऊ, रायबरेली व गाजियाबाद से हुई शुरुआत
– हर डाटा सेंटर पर ईवी चार्जिंग स्टेशन और अन्य सुविधाएं रहेंगी मौजूद
लखनऊ। ब्लाक स्तर डाटा सेंटर्स से डिजिटल इंडिया को मिलेगी स्पीड क्योंकि स्थानिय डाटा सेंटर्स होने से काम की स्पीड बहुत तेज हो जोयगी जो काम अभी तीन घण्टों में हो रहा है वहीं काम दो घंटों में बदल जायेगा जिससे समय और पैसे दोनों की बचत होगी साथ ही स्थानिय स्तर पर रोजगार के नये रास्ते खुलेगे। यें बातें प्रेसवर्ता के दौरान प्रदेश में दो स्थानों पर डाटा सेंटरों श्री गणेश कराने की जानकारी को साझा करते हुए एज कंपनी के संस्थापक और सीईओ सुखविंदर खरौड़ ने लखनऊ के एक निजी होटल में दी।
सुखविंदर खरौड़ ने बताया कि यह डाटा सेंटर रायबरेली जिले के हरचंदपुर और गाजियाबाद के मोरटा में स्थित हैं। जिसे तेजी से बढ़ती डिजिटल दुनिया में व्यवसायों की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस अत्याधुनिक सुविधा के हर पहलू में उत्कृष्टता, सुरक्षा और नवाचार के प्रति हमारी प्रतिबद्धता परिलक्षित होती है।
सुखविंदर खरौड़ का कहना है कि इन 750 एज डेटा सेंटरों के निर्माण से न केवल राज्य में रोजगार को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया और डाटा स्थानीयकरण के दृष्टिकोण को भी मजबूती मिलेगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन और प्रेरणा के तहत ही हम हर ईडीसी पर ईवी चार्जिंग स्टेशन और अन्य सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं।
कार्यक्रम में ईडीसी के तकनीकी पहलुओं पर बात करते हुए व्यूनाऊ के निदेशक नितिन श्रीवास्तव ने कहा कि ईडीसी का डिजाइन व आर्किटेक्चर सटीक तरीके से हुआ है। यह एन $1 स्तर की रिडेनेन्डेसी पर काम करता है, जो 8 केवीए प्रति रैक बिजली क्षमता तक के उपयोगकर्ताओं को अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी लाभ प्रदान करता है। श्री श्रीवास्तव के अनुसार, ऑनलाइन सेवाएं और डिजिटल बुनियादी ढांचे की रीढ़ के रूप में कार्य करने के लिए इसे रणनीतिक तौर पर सही स्थान पर स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्य लॉन्च इवेंट निकट भविष्य में होगा, जब 5 डेटा केंद्रों की एक श्रृंखला चालू हो जाएगी। जिससे उत्तर प्रदेश में ग्राहकों और उपयोगकर्ताओं को लाभ मिलेगा।
डाटा सेंटर का मुख्य आकर्षण
– डाटा सेंटर व्यवसायों की बढ़ती जरूरतों को समायोजित करने के लिए बनाया गया है, जिससे मांग बढ़ने पर निर्बाध स्केलेबिलिटी की अनुमति मिलती है।
– रिडेनडेन्सी से डाउनटाइम और डाटा हानि का जोखिम कम हो जाता है।
– डिजिटल सुरक्षा प्रोटोकॉल से डाटा की सुरक्षा और गोपनीयता की गारंटी है।
– ऊर्जा की खपत को पर्यावरण के अनुकूल संचालन को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
– विशेषज्ञों की एक समर्पित टीम किसी भी मुद्दे को तुरंत और कुशलता से संबोधित करने के लिए चौबीसों घंटे निगरानी और सहायता प्रदान करेगी।