कृषि क्षेत्र में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले बैंकों जैसे भारतीय स्टेट बैंक, केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, एचडीएफसी
सूफिया हिंदी
एग्री इंफ्रा फंड के तहत बैंकों के लिए भारत (बैंक्स हेराल्डिंग एक्सेलेरेटेड रूरल एंड एग्रीकल्चर ट्रांसफॉर्मेशन) नामक एक नया अभियान 7200 करोड़ रुपये के लक्ष्य के साथ एक महीने तक चलने वाला यह अभियान (15 जुलाई से 15 अगस्त तक) वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सचिव मनोज आहूजा ने लॉन्च किया ।
इसमें सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के वाणिज्यिक बैंक, ग्रामीण बैंक, लघु वित्त बैंक, एनबीएफसी और चुनिंदा सहकारी बैंकों के प्रबंध संचालक/अध्यक्ष, ईडी शामिल थे।
बैंकों के क्षेत्रीय अधिकारियों और मंत्रालय के अधिकारियों की सभा को संबोधित करते हुए एआईएफ के संयुक्त सचिव सैमुअल प्रवीण कुमार ने कहा कि बैंकों की सक्रिय भागीदारी और समर्थन की सराहना की जिसके परिणामस्वरूप देश में 31,850 से अधिक कृषि बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का निर्माण हुआ जिसमें ₹ 24,750 करोड़ की ऋण राशि एआईएफ के तहत 42,000 करोड़ रूपए के परिव्यय के साथ दी गई।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और एआईएफ की प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग यूनिट के समर्थन पर संतुष्टि व्यक्त करते हुए बैंको के भाग लेने वाले अधिकारियों ने एआईएफ योजना को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए कई सुझाव दिए। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सचिव ने विभिन्न श्रेणियों में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले बैंकों जैसे भारतीय स्टेट बैंक, केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, एचडीएफसी, कोटक महिंद्रा बैंक, मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक, मध्यांचल ग्रामीण बैंक और पंजाब ग्रामीण बैंक को उनके सराहनीय प्रयास के लिए बधाई दी। इस योजना को आगे बढ़ाने के लिए और सभी बैंकों से हमारे देश में कृषि बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की विशाल संभावनाओं को देखते हुए लक्ष्य हासिल करने की अपील की। बैंकों को योजना के तहत बनाई गई परियोजनाओं के जमीनी स्तर पर प्रभाव का आकलन करने की भी सलाह दी गई।