
*मर्चेंट्स चेंबर ऑफ उत्तर प्रदेश द्वारा “ट्रेड कनेक्ट पोर्टल” पर प्रशिक्षण सत्र का आयोजन*
पूजा भट्ट
निर्यात करने में सबसे पहले सर्टिफिकेट ऑफ ओरिजिन की जरूरत पड़ती है यह व्यवस्था पहले ऑफलाइन थी अब ऑनलाइन हो गई। जिसकी वजह से कुछ लोगों को कठिनाइयां आ रही है वहीं मर्चेंट्स चैंबर ऑफ़ उत्तर प्रदेश ने पोर्टल की कठिनाइयों को दूर करने के लिए का सत्र
का आयोजन किया जिसमें वाणिज्य मंत्रालय के डायरेक्टर जनरल ऑफ़ फॉरेन ट्रेड के उत्तर प्रदेश कानपुर प्रभारी निदेशक राजन जोशी ने पोर्टल से जुड़ी गोसाई जनकारियां निर्यात के साथ साझा की साथ ही उससे जुड़ी समस्याओं के हाल के लिए तरीका बताया।
कार्यक्रम का संचालक चैंबर के सचिव महेंद्र मोदी द्वारा किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ राजन जोशी, सहायक महानिदेशक, DGFT द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ |
तरुण गर्ग, अध्यक्ष, निर्यात एवं आयात समिति, MCUP ने अपने स्वागत भाषण में कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि व्यापार में तकनीकी समावेश समय की आवश्यकता है, और DGFT की यह पहल उसी दिशा में एक सराहनीय प्रयास है।
- भारत से माल निर्यात करने के लिए सर्टिफिकेट ऑफ़ ओरिजिन एक सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज है। यह दस्तावेज पहले चैंबर द्वारा ऑफलाइन जारी किया जाता था, लेकिन अब यह प्रक्रिया ऑनलाइन हो गई है। निर्यातक इसे बिना किसी परेशानी के अपने कार्यालय में बैठकर ऑनलाइन जारी करवा सकते हैं। उन्होंने आगे कि यह पोर्टल व्यापारिक संवाद को अधिक पारदर्शी, तेज और सरल बनाने में सहायक होगा।
सत्र के अंत में एक प्रश्न-उत्तर सत्र आलोक श्रीवास्तव द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें उपस्थित प्रतिभागियों ने पोर्टल से संबंधित अपने व्यावहारिक प्रश्नों के उत्तर प्राप्त किए। यह सत्र विषय को और गहराई से समझने में सहायक साबित हुआ।
योगेश दुबे, एडवाइजर, निर्यात एवं आयात समिति ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और इस ज्ञानवर्धक सत्र के सफल आयोजन के लिए सभी सहभागियों को शुभकामनाएँ दीं |
सत्र के दौरान रूफी वाकी, सुशील शर्मा आदि उपस्थित रहे |
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