राजभवन में कार्यरत महिला अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने राजभवन में राज्यपाल से भेंट कर उन्हें नारी शक्ति वंदन बिल पारित होने पर बधाई दी और इसके लिए राज्यपाल जी के समक्ष प्रधानमंत्री का आभार भी व्यक्त किया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने सभी महिलाओं से इस बिल के बारे में जानकारी ली तथा भविष्य में उनको इस विधेयक से होने वाले लाभों के बारे में भी पूंछा। उन्होंने महिलाओं से कहा कि नेतृत्व के स्थान पर आकर सामाजिक अपेक्षाओं को प्राथमिकता से पूरा करना अवश्य सीखे।
उन्होंने कहा कि सदियों से हमारा समाज पुरुष प्रधान समाज है, इसलिए कार्यक्षेत्र में आकर महिलाएं दोहरी जिम्मेदारी निभाती हैं, जो कि एक चुनौती है। उन्होंने कहा कि नेतृत्व हासिल करके अपने सामाजिक जीवन की निरंतरता को बनाए रखना और पद के अनुरूप जिम्मेदारियों का स्वयं निर्वहन करना आवश्यक हैं। इसके लिए नेतृत्व की आकांक्षी महिलाओं को जमीनी स्तर से अपने कार्यों को संपादित करना सीखना होगा।
राजभवन की महिलाओं ने ये विधेयक पारित होने की खुशी व्यक्त करते हुए राज्यपाल जी से महिला नेतृत्व के रूप उनके साथ कार्य करने से प्राप्त अनुभव साझा किए और इस अहसास को भी साझा किया कि महिला नेतृत्व प्राप्त होने से यहाँ महिलाएं अधिक सुरक्षा और अपनी कार्य क्षमताओं के प्रसार का अवसर प्राप्त कर सकीं हैं। महिलाओं ने कहा कि जब सदन में 33 प्रतिशत महिलाओं की उपस्थिति होगी तो महिलाओं के हक में आवाजों को मजबूती मिलेगी। महिलाओं ने ‘नारी शक्ति वंदन बिल‘ पारित होने की खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने मातृशक्ति का आदर किया है।
इस अवसर पर कार्यक्रम में राजभवन की समस्त महिला अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थीं।