सरकार गोल्ड पर इंपोर्ट ड्यूटी 6.5 फीसदी से घटाकर 4 फीसदी तक करे ताकि ज्वेलरी बिके

 

जीएसटी बजट का डायरेक्ट फैक्टर नहीं है परंतु ज्वेलरी सेक्टर में पहले 1फीसदी जीएसटी थी और सोने का मूल्य उसे समय ₹25,000 प्रति 10 ग्राम था। जिसे बढ़ाकर अब 3फीसदी कर दिया गया था, जबकि सोने का मूल्य वर्तमान में 80 से 90000 प्रति 10 ग्राम तक बना हुआ है। इससे आम ग्राहक को सोना खरीदते समय बड़ी मात्रा में जीएसटी का भुगतान करना पड़ रहा है।यें बातें ऑल इंडिया ज्वेलर एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन उत्तर प्रदेश संयोजक सर्राफा एसोसिएशन महामन्त्री विनोद महेश्वरी ने जारी एक बयान में दी।

उन्होंने बताया कि डिजिटल पेमेंट करते समय बैंक क्रेडिट कार्ड पर एक परसेंट से लेकर दो परसेंट तक कमीशन कट जाता है। सोना व चांदी बहुमूल्य धातु है इससे आम कस्टमर को काफी पैसा कमीशन के रूप में देना पड़ता है।’

ज्वेलरी सेक्टर में आभूषण खरीदने वाले कस्टमर को ईएमआई की सुविधा दी जानी चाहिए थी। इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स में अथवा विदेश घूमने पर ईएमआई की सुविधा आम नागरिकों के लिए उपलब्ध है। सराफा व्यापार में ईएमआई से आम जन का बचत की तरफ रूझान बढ़े।

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