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खादी सिर्फ कपड़ा नहीं बल्कि एक विचार है आत्मनिर्भर का-कुलपति प्रो डॉ आलोक कुमार राय

 

खादी और ग्रामोद्योग आयोग, लखनऊ के द्वारा लोक शिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत  समाज कार्य विभाग,लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ में सेमिनार, वाद-विवाद एवं निबन्ध प्रतियोगिता आयोजित की गई जहाँ पर सेमिनार में ख्यातिलब्ध बुद्धिजीवियों ने अपने विचार प्रस्तुत किया तथा समाज कार्य विभाग,लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ के छात्र-छात्राओं के द्वारा वाद-विवाद एवं निबन्ध प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया गया।

सर्वप्रथम डॉ नितेश धवन, राज्य निदेशक की अध्यक्षता में सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमें 250 से अधिक छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। सेमिनार में

प्रवीण अनंद, कनिष्ठ कार्यकारी (एफ बी ए ए) ,खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अंतर्गत लोक शिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा बतायी। कुलपति प्रो डॉ , आलोक कुमार राय, समाज कार्य विभाग,लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ ने खादी के महत्व के विषय में जानकारी दी।     

डॉ प्रो राकेश द्विवेदी, विभाग अध्यक्ष, समाज कार्य विभाग,लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ ने गाँधी तथा उनके विचारों के बारे में जानकारी दी

डॉ दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव, प्रो प्राचीन भारतीय इतिहास एवं पुरा तत्व विभाग लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ ने आत्मनिर्भर भारत तथा स्टार्ट अप के बारे में चर्चा करी।

अंत में डॉ नितेश धवन, राज्य निदेशक ,खादी और ग्रामोद्योग आयोग भारत सरकार, के द्वारा खादी और ग्रामोद्योग आयोग के गठन एवं एम.एस.एम.ई. और खादी और ग्रामोद्योग आयोग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया।

 

तत्पश्चात् वाद-विवाद एवं निबन्ध लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें 250 से अधिक छात्र-छात्राओं के द्वारा प्रतिभाग किया गया। वाद-विवाद एवं निबन्ध के विषय निम्नवत् थेः-

वाद-विवाद

1. कुटीर उद्योग बनाम पूंजी प्रधानयोग वर्तमान परिआधुनिक अर्थव्यवस्था में योगदान ।

2. भारत में आर्थिक विकास के लिए गांधीवादी दृष्टिकोण आज भी प्रासंगिक है।

3. भारतीय संदर्भ में रोजगार सुजन के लिए प्रागीकरण है।

निबन्ध

1. आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिये ग्रामीण औद्योगीकरण जरूरी है।

2. भारत के बारे में गांधी का विचार और भारतीय समाज का वर्तमान परिदृश्य

3. एम.एस.एम.ई. क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था का विकास इंजन है।

 

तदोपरान्त वाद विवाद एवं निबंध मे डॉ नितेश धवन, राज्य निदेशक ,खादी और ग्रामोद्योग आयोग द्वारा विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान किया l

 

अन्त में डॉ नितेश धवन, राज्य निदेशक द्वारा सभी अतिथियो एवं छात्र-छात्राओं को धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया।

 

 

 

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